भराड़ीसैंण। उत्तराखंड के राज्यपाल ले. ज. गुरमीत सिंह (सेनि.) के अभिभाषण के साथ ही आज सोमवार से विधानसभा के बजट सत्र का आगाज हो जाएगा। राज्यपाल अभिभाषण के जरिये धामी सरकार की एक साल की उपलब्धियों को सदन के पटल पर रखेंगे। इसके माध्यम से यह बताने का प्रयास करेंगे कि अगले एक साल में धामी सरकार के विकास का रोडमैप क्या होगा।
वहीं सत्र से पहले ही विपक्ष के तेवर खासे तल्ख नजर आ रहे हैं। पहले दिन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं से गैरसैंण कूच करने का आह्वान किया है। विधानमंडल दल की बैठक में कांग्रेस ने अपनी रणनीति तय कर ली है, हालांकि उसने अभी पत्ते नहीं खोले हैं।
संकेत यही हैं कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष विरोधी तेवर दिखा सकता है। इससे सदन के बाहर और भीतर हंगामे के आसार हैं। उधर, रविवार दोपहर भराड़ीसैंण पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में शाम भाजपा विधानमंडल दल की बैठक हुई। इस दौरान सत्तापक्ष ने सदन में विपक्ष की ओर से उठने वाले संभावित मुद्दों पर चर्चा कर रणनीति बनाई। मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों से अपेक्षा की कि वे सदन में पूरी तैयारी के साथ आएंगे और अनुपूरक प्रश्नों के जवाब तैयार रखेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बजट सत्र की प्रस्तुति से पहले आज एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करेंगे। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक कैबिनेट की यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। बैठक सुबह 11.30 बजे विधानसभा भवन, भराड़ीसैंण में होगी। इस बैठक में विधायक निधि बढ़ाने के प्रस्ताव, शराब नीति, पुलिस एक्ट में संशोधन और बीआरसी-सीआरसी आउटसोर्स भर्ती समेत कई अहम प्रस्तावों पर फैसला लिया जा सकता है।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में दो दिन का एजेंडा तय किया गया। सोमवार को राज्यपाल का अभिभाषण होगा और 14 मार्च को अभिभाषण पर चर्चा होगी। 14 मार्च को कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में आगे का एजेंडा तय होगा। माना जा रहा है कि सरकार 15 मार्च को बजट पेश कर सकती है।
सत्र शुरू होने से पूर्व सभी दलों के नेताओं की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को शांतिपूर्ण और गरिमामयी ढंग से संचालित करने के लिए सहयोग की अपील की। उन्होंने अपेक्षा की कि सभी सदस्य राज्यपाल की गरिमा का भी ख्याल रखेंगे।
विधानसभा सत्र को लेकर सरकार की तैयारी पूरी है। हम विपक्ष के हर प्रश्न का जवाब देने को तैयार हैं। सरकार अपनी भूमिका पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाएगी। हम विपक्षी सदस्यों से भी यह उम्मीद करते हैं कि वे सदन की मर्यादाओं का ख्याल रखते हुए अपनी बात रखेंगे।
– प्रेमचंद अग्रवाल, विधायी एवं संसदीय कार्यमंत्री।
अपने क्षेत्र की समस्याओं और जनहित के मुद्दों को उठाने का सभी सदस्यों को अधिकार है। लेकिन सदन की गरिमा और मर्यादा को भी बनाए रखना होगा। दलीय बैठक में भी सभी दलों के नेताओं से सदन की कार्यवाही बेहतर ढंग से संचालित करने में सहयोग का आग्रह किया गया है।
– ऋतु भूषण खंडूड़ी, अध्यक्ष, विधानसभा
हमारे पास मुद्दों की कोई कमी नहीं है। पिछले एक साल में सरकार के कारनामे सबके सामने हैं। विपक्ष इन कारनामों को सदन में उठाएगा। भर्तियों में घोटाले, बेरोजगारों पर लाठीचार्ज, गैरसैंण की उपेक्षा, महंगाई, कानून व्यवस्था समेत कई और मुद्दे और सवाल हैं, जिनके सरकार से जवाब मांगे जाएंगे।
– यशपाल आर्य, नेता प्रतिपक्ष