नयी दिल्ली। प्यार सीमाएं नहीं देखता यह बात सीमा और अंजू के मामले से एक बार फिर साबित हो गयी है। अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए पाकिस्तान की सीमा हैदर भारत आई तो दूसरी तरफ भारत की अंजू अपने प्रेमी से मिलने के लिए पाकिस्तान चली गयी। एक प्रेम कहानी पबजी गेमिंग एप पर शुरू हुई तो दूसरी फेसबुक पर पनपी। इन दोनों प्रेम कहानियों को लेकर दोनों देशों की सरकारें हैरान-परेशान हैं, मीडिया और आम लोग आश्चर्यचकित हैं लेकिन इस सबसे बेपरवाह सीमा और अंजू को इस बात की खुशी है कि उनका प्यार उनके पास है।
अंजू की प्रेम कथा
जी हाँ, हम आपको बता दें कि अब तक सीमा हैदर की कहानी सब ओर सुनने को मिल रही थी लेकिन अब एक नई कहानी अंजू की आई है। पाकिस्तानी सीमा की तरह भारतीय अंजू भी विवाहिता है। उसके बारे में बताया जा रहा है कि वह 29 वर्षीय पाकिस्तानी व्यक्ति नसरुल्ला से मिलने के लिए पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर जिले में आई है।
पुलिस ने बताया है कि अंजू नामक महिला की नसरुल्ला से फेसबुक पर दोस्ती हुई थी और फिर उसे उससे प्यार हो गया था। उत्तर प्रदेश के कैलोर गांव में जन्मी 34 वर्षीय अंजू राजस्थान के अलवर में अपने पति के साथ रहती थी। पाकिस्तान के ‘एआरवाई न्यूज’ की खबर के अनुसार मेडिकल क्षेत्र में काम करने वाले नसरुल्ला और अंजू कुछ महीने पहले सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर दोस्त बने। खबर के अनुसार, अंजू एक महीने के लिए पाकिस्तान की यात्रा पर है और वह यहां नसरुल्ला से शादी करने नहीं आई है।
खबर के अनुसार भारतीय महिला शुरू में पुलिस की हिरासत में थी लेकिन जिला पुलिस द्वारा उसके यात्रा दस्तावेजों का सत्यापन किए जाने के बाद उसे रिहा कर दिया गया। बताया जा रहा है कि सभी यात्रा दस्तावेज सही पाए जाने के बाद उसे जाने की अनुमति दी गई। यह सुनिश्चित करने के लिए उसे सुरक्षा प्रदान की गई कि कोई अप्रिय घटना न हो जिससे देश का नाम खराब हो। दीर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि अंजू और उसके दोस्त को वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मुश्ताक खाब और स्काउट्स मेजर द्वारा उसके दस्तावेजों को मंजूरी दिए जाने के बाद रिहा कर दिया गया।
राजस्थान पुलिस का बयान
इन खबरों के बाद राजस्थान पुलिस की एक टीम अंजू के भिवाड़ी स्थित घर पर पूछताछ करने पहुंची। भिवाडी के सहायक पुलिस अधीक्षक सुजीत शंकर ने बताया कि ‘‘अंजू के पति ने कहा कि वह बृहस्पतिवार को घर से निकली थी। उसके पास वैध पासपोर्ट था।’’ उन्होंने बताया कि मामले को लेकर परिवार ने कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि दंपति भिवाड़ी में निजी फर्म में काम करते हैं और उनकी 15 साल की एक लड़की और छह साल का बेटा है।
अंजू के पति का बयान
दूसरी ओर, महिला के पति अरविंद ने बताया है कि वह जयपुर जाने के बहाने घर से निकली थी लेकिन बाद में परिवार को पता चला कि वह पाकिस्तान में है। अरविंद ने बताया, ‘‘वह यह कहकर घर से निकली थी कि उसे अपने दोस्त से मिलना है। मैंने कुछ दिन पहले उससे व्हाट्सऐप पर बात की तो पता चला कि वह लाहौर में है।’’ उन्होंने बताया कि उनकी शादी 2007 में हुई थी और तब से वे साथ रह रहे हैं। अरविंद ने कहा कि वह अपनी पत्नी से बात करेंगे और वापस लौटने के लिए कहेंगे। अरविंद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह घर लौटेंगी। अरविंद ने कहा कि उसने 2020 में अपना पासपोर्ट बनवाया था क्योंकि वह विदेश में नौकरी के लिए आवेदन करना चाहती थी। अरविंद ने कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह सोशल मीडिया पर किसी के संपर्क में थी।
यूपी पुलिस का बयान
उधर, उत्तर प्रदेश पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अंजू का जन्म उत्तर प्रदेश के बुंदेलखण्ड क्षेत्र में स्थित जालौन जिले के कैलोर गांव में हुआ था। कैलोर जालौन जिले के माधवगढ़ विकास खंड में जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित है। पुलिस अधीक्षक इराज राजा ने बताया, ‘‘पासपोर्ट जारी करते समय, किसी व्यक्ति को अपना जन्म स्थान बताना होता है। जन्म स्थान के अलावा, सब कुछ राजस्थान से संबंधित है। पासपोर्ट दिल्ली में बनाया गया था और जालौन जिले के कैलोर गांव का इससे कोई लेना-देना नहीं है।’’