शिवालिक एकेडमी के जाय ऑफ गिविंग सप्ताह के तहत दिनांक 18.12.24 को बच्चों ने सुंदरवन और तिलवाड़ी बस्ती का दौरा किया और वहां जरूरतमंद लोगों को दान दिया। बच्चों ने अपने द्वारा इकट्ठा किए गए कपड़े, किताबें, खिलौने और अन्य आवश्यक वस्तुएं वहां वितरित कीं। इस दौरान बच्चों ने न केवल दान किया, बल्कि इन बस्तियों के बच्चों और परिवारों से बातचीत कर उनकी जरूरतों और संघर्षों को समझा।
सुंदरवन और तिलवाड़ी बस्ती में दान करने का अनुभव बच्चों के लिए बेहद खास और भावुक करने वाला रहा। एक छात्र ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “जब मैंने एक छोटे बच्चे को अपना पुराना खिलौना दिया और उसकी आंखों में खुशी देखी, तो मुझे ऐसा लगा जैसे मैंने दुनिया की सबसे बड़ी खुशी पा ली हो।”
एक अन्य छात्रा गौरवी ने कहा, “हम अक्सर सोचते हैं कि हमें कितना चाहिए, लेकिन यहां आकर मैंने महसूस किया कि जो हमारे पास है, वह बहुत ज्यादा है। मैंने सीखा कि छोटी-छोटी चीजें भी किसी के लिए बहुत बड़ी हो सकती हैं।”
यह अनुभव न केवल उनके भीतर सहानुभूति और उदारता का भाव जागृत कर गया, बल्कि उन्हें यह भी सिखाया कि छोटी-छोटी मदद कैसे किसी के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है।
शिक्षकों रंजन, हिमानी, शम्मी, समीर, गुंजन ने भी इस अवसर पर बच्चों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने बच्चों को यह समझाया कि दान सिर्फ वस्तुओं तक सीमित नहीं है, बल्कि समय, स्नेह और समझ साझा करना भी दान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
यह गतिविधि बच्चों के लिए सीखने का एक अनोखा अवसर बन गई। दान करने के बाद बच्चों ने महसूस किया कि दूसरों की मदद करना न केवल उनका कर्तव्य है, बल्कि यह आत्मिक संतोष और खुशी का भी सबसे बड़ा जरिया है। सुंदरवन और तिलवाड़ी बस्ती में दान का यह अनुभव बच्चों के जीवन में हमेशा के लिए एक प्रेरणा बनकर रहेगा।
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December 23, 2024