उत्तराखण्ड

पांच हजार घरों को तोड़ने के मामले में सुप्रीम सुनवाई आज

देहरादून। हल्द्वानी के बनभूलपुरा मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इस दौरान उत्तराखंड कांग्रेस के शीर्ष नेता सुप्रीम कोर्ट में मौजूद रहेंगे। कांग्रेस ने इस मुद्दे को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना दिया है। बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, कांग्रेस विधायक दल के उपनेता भुवन कापड़ी, हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश, उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप, विजय सारस्वत दिल्ली पहुंचे। इस दौरान शीर्ष नेताओं ने उत्तराखंड सदन में बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर व्यापक चर्चा की।

उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि इस मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता सलमान खुर्शीद व अन्य वकीलों का दल बनभूलपुरा से बेदखल किए जा रहे लोगों के पक्ष में पैरवी करेगा। अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस हल्द्वानी के 50 हजार लोगों की छत को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने पक्ष को उच्च न्यायालय में कमजोर तरह से रखा जिस वजह से यह फैसला आया है। कहा कि सरकार को मानवता के नाते एक प्रतिनिधिमंडल बनभूलपुरा भेजना चाहिए था। हल्द्वानी में भाजपा के सांसद, विधायक और मंत्री आते रहते हैं लेकिन कोई भी प्रभावित लोगों से मिलने नहीं गया जबकि यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। कहा कि मेरी मांग है कि अगर सीएम यहां नहीं आ सकते तो कम से कम अपने किसी प्रतिनिधि को भेजकर यहां लोगों को आश्वस्त करना चाहिए था।

बता दें कि हाल ही में हाईकोर्ट ने बनभूलपुरा गफूर बस्ती में रेलवे की 29 एकड़ भूमि पर किए गए अतिक्रमण को ध्वस्तीकरण करने के आदेश दिए थे। इस जगह पर करीब 4365 अतिक्रमणकारी हैं। आदेश के बाद से ही लोग आशियाना बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।

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