पिथौरागढ़। बारिश थमने और तेज गर्मी पड़ने के साथ ही सीमांत के जंगल फिर से धधकने लगे हैं। जहां आग लगी हैं वहां चारों ओर धुआं फैलने से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। आग की अब तक हुई 59 घटनाओं में 61.15 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार को कनालीछीना ब्लॉक के सिरतोली वन पंचायत में आग लग गई। करीब पांच घंटे बाद वन कर्मियों ने आग पर काबू पाया। आग से 1.50 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। उधर अस्कोट क्षेत्र के वन पंचायत हिनकोट के जंगलों में लगी आग से भन्यूड़ा निवासी सरस्वती देवी के खेतों में बने घास के तीन लुट्टे (400 गट्ठर) जल गए।
सरस्वती देवी का कहना है कि आग से नुकसान तो हुआ ही अब जानवरों के लिए घास का भी संकट हो गया है। हिनकोट प्रधान बहादुर सिंह बिष्ट ने बताया कि मजदूरों के पहुंचने तक तीनों लुट्टे जल चुके थे। वन विभाग को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने पीड़ित को मुआवजा देने की मांग की है। धोलाकोट के जंगल भी आग से जल रहे हैं।
थल के हजेती रेंज के जंगल शुक्रवार सुबह 11 बजे से सुलग रहे हैं। बरड़ गांव के पास मोटर मार्ग के ऊपर जंगल में इस समय धुएं का गुबार उठ रहा है। आग तेजी से बरड़ बैंड की तरफ फैल रही है। जंगल में लगी का आग धुआं थल से ही देखा जा रहा है।