ऋषिकेश। जी-20 के भ्रष्टाचार निरोधक कार्य समूह (एसीडब्ल्यूजी) की बैठक में प्रतिनिधियों द्वारा भ्रष्टाचार से निपटने के लिए विभिन्न विषयों पर चर्चा जारी है। जिसमें भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए जी-20 देशों के बीच कानून प्रवर्तन संबंधी अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने तथा सूचनाओं के आदान-प्रदान पर विमर्श किया गया। विशेषज्ञों ने भ्रष्टाचार तथा आपराधिक मामलों में अलग-अलग देशों के कानूनों का लाभ लेने वालों पर प्रभावी कार्रवाई करने के लिए जी-20 समूहों को आपसी सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
ऋषिकेश के निकट टिहरी जनपद के नरेंद्रनगर स्थित होटल द वेस्टिन रिसार्ट एंड स्पा हिमालयाज में तीन दिवसीय जी-20 भ्रष्टाचार निरोधक कार्य समूह (एसीडब्ल्यूजी) की दूसरी बैठक आयोजित की जा रही है। शुक्रवार को बैठक के दूसरे दिन तीन सत्रों में प्रमुख रूप से तीन विषयों पर चर्चा की गई।
एसीडब्ल्यूजी के अध्यक्ष (भारत) राहुल सिंह तथा सह अध्यक्ष (इटली) जियोवन्नी टार्टाग्लिया पोलसिनी की देखरेख में चली बैठक में जी-20 के 20 सदस्य देशों, दस आमंत्रित देशों तथा नौ अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 90 से अधिक प्रतिनिधियों ने शिरकत की। बैठक के पहले सत्र में भ्रष्टाचार से संबंधित संपत्ति वसूली तंत्र को मजबूत करने पर उच्च स्तरीय सिद्धांतों के मसौदे पर चर्चा की गई।
वहीं दूसरे सत्र में भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए कानून प्रवर्तन सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की गई। जिसमें अलग-अलग देशों के कानूनों का लाभ लेकर अपना बचाव करने वाले आपराधिक व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए एक प्रभावी ढांचा तैयार किए जाने पर विचार विमर्श किया गया।
वहीं तीसरे सत्र में भ्रष्टाचार को रोकने और मुकाबला करने में लेखा परीक्षा की भूमिका विषय पर गहन चर्चा की गई। जी-20 बैठक में भारत सहित बीस देश जिनमें अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि शामिल रहे।