मनजोत छाबड़ा के पिता हरजोत सिंह छाबड़ा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपने पुत्र की मौत की सीबीआई या एसआईटी से जांच कराने की मांग करी हरजोत सिंह का कहना है कि उनका पुत्र बहुत ही नेक और सच की राह पर चलने वाला था उनका पुत्र मनजोत सिंह चावड़ा अपने काम से काम रखने वाला बच्चा था हमेशा पढ़ाई में अव्वल आता था कक्षा 12 में भी उसने 94 परसेंट अंक प्राप्त किए थे उसका हमेशा से एक ही सपना रहा है कि वहां पर लिखकर डॉक्टर बनने के बाद अपने मां-बाप के साथ साथ अपने शहर का भी नाम रोशन करूं सिख समाज से होने के नाते उसकी भावना हमेशा सेवा भाव वाली रही यही सोचकर वह डॉक्टर बनने के उपरांत चैरिटेबल ट्रस्ट संचालित करना चाहता था जिससे मानव की सेवा कर अपना लोक परलोक सांवर जाए मगर होनी को कुछ और ही मंजूर था शायद ऐसा कहना भी गलत हो क्योंकि जिस हिसाब की वीडियो सामने आ रही है उससे ऐसा प्रतीत नहीं होता कि मनजोत अपनी मौत मरा उसका तो जालिमों ने बेदर्दी से कत्ल करा होगा क्योंकि जिस वक्त होटल के कमरे में मौत की सूचना के बाद सगे संबंधी पहुंचे तो मनजोत के दोनों हाथ बंधे हुए थे अंदर से दरवाजे की कुंडी लगी थी लेकिन खिड़की खुली थी इससे यह भी प्रतीत होता है कि मनजोत की हत्या करने के उपरांत हत्यारा जो भी रहा हो खिड़की से रफूचक्कर हो गया मनजोत के बारे में उसके इष्ट मित्रों द्वारा जानकारी दी गई कि बहुत ही नेक लड़का था मनजोत की मौत को लेकर पंजाबी समाज में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है इसी क्रम में उधम सिंह नगर के जसपुर में सिख समुदाय ने सुभाष चौक पर एकत्रित होकर अपना विरोध दर्ज कराया इस अवसर पर रेड क्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन सरदार हरिओम सिंह ने कहा मनजोत के हथियारों को सख्त से सख्त सजा या फांसी से कम मंजूर नहीं अगर मनजोत के परिवार को न्याय नहीं मिला तो यह विरोध प्रदर्शन अन्य शहरों में भी देखने को मिलेगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की होगी
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December 23, 2024