परिजनों की डांट से खफा होकर दो किशोरियों ने घर छोड़ने का फैसला लिया। दोनों बच्चियां सुबह स्कूल के लिए निकली थी। लेकिन छुट्टी के बाद गार्ड को चकमा देकर फरार हो गई। जिसके बाद आनन-फानन में दोनों किशोरी के परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई।
डांट से खफा होकर लिया घर नहीं लौटने का फैसला
जानकारी के मुताबिक दोनों किशोरी छुट्टी होने के बाद गार्ड को चकमा देकर स्कूल से निकल गई। स्कूल पहुंचे परिजनों ने उनकी तलाश की। लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला। एक साथ दो बच्चियों के गायब होने की सूचना पर पुलिस के भी हाथ-पैर फूल गए। और पुलिस ने किशोरियों की तलाश शुरू कर दी।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से किशोरियों तक पहुंची पुलिस
आनन-फानन में डालनवाला थाना पुलिस ने बच्चियों की तलाश शुरू की। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और हुलिए के आधार पर बच्चियों की तलाश की। करीब दो घंटे के बाद किशोरियों को पुलिस ने धर्मपुर से बरामद कर लिया। पूछताछ में बच्चियों ने बताया कि दोनों अपने परिजनों की डांट से परेशान होकर हरिद्वार जाने के लिए निकली थी।
जानकारी के अनुसार एसएचओ डालनवाला राजेश साह ने बताया कि बच्चियां राजपुर रोड स्थित एक स्कूल में कक्षा पांच में पढ़ती थी। दोपहर करीब दो बजे किशोरियों की छुट्टी हो गई थी। कक्षा पांच में पढ़ने वाली वाली एक 10 साल और एक 12 साल की नाबालिग बच्ची घर नहीं पहुंचीं थी । बच्चियों को स्कूल लेने पहुंचे परिजनों ने स्कूल प्रबंधन से बात की।
परिजनों ने स्कूल के गार्ड से पूछताछ की तो गार्ड ने कोई जवाब नहीं दिया। परिजनों की काफी तलाश के बाद भी बच्चियों का कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो बच्चियां स्कूल से तेजी से निकलकर घंटाघर की ओर जाती दिखीं। रूट पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करते हुए पुलिस आगे बढ़ी। पुलिस ने दोनों किशोरी को धर्मपुर से बरामद कर लिया।
काउंसिलिंग कर परिजनों को सौंपा
पुलिस बच्चियों को बाल मित्र थाना लेकर पहुंची। पुलिस ने बच्चियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया वह अपने परिजनों से परेशान थी। बात बात पर परिजन उनकी पिटाई कर देते थे। एक दिन पहले ही स्कूल में उन्होंने हरिद्वार भागने की योजना बनाई थी। फिलहाल पुलिस ने दोनों की काउंसिलिंग कर उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
स्कूल बैग में कपडे लेकर आई थी बच्चियां
जानकारी के मुताबिक एसएचओ राजेश साह ने बताया कि बच्चियां घर से स्कूल बैग में कपड़े और सैंडल लेकर निकली थीं। बच्चियों ने पहले गांधी पार्क के पास सुलभ शौचालय में जाकर स्कूल यूनिफॉर्म चेंज कर दूसरे कपड़े पहने। इसके बाद वे घंटाघर होते हुए धर्मपुर तक पहुंची। यहां से उनका प्लान बस के माध्यम से हरिद्वार जाने का था।