आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी मार्लेना अब राजधानी की नई मुख्यमंत्री होंगी। पार्टी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से आतिशी को सीएम चुना गया है। बताया जाता है कि, बैठक में सभी विधायकों ने अरविंद केजरीवाल से सीएम डिसाइड करने की मांग की। जिसके बाद अरविंद केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा। जहां सभी विधायकों ने आतिशी के नाम को स्वीकार कर लिया और आतिशी को दिल्ली सीएम बनाए जाने पर औपचारिक मुहर लग गई। अब केजरीवाल, उप-राज्यपाल (LG) से मुलाक़ात कर आतिशी का नाम सीएम (Atishi New CM) के लिए उनके सामने पेश करेंगे।
कैबिनेट मंत्री रहते कई मंत्रालय एकसाथ संभाले
दिल्ली की कालकाजी सीट से पहली बार विधायक बनीं आतिशी मार्लेना वर्तमान में दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। कैबिनेट मंत्री रहते वह कई मंत्रालय एकसाथ संभाल रहीं थीं। आतिशी के पास शिक्षा, वित्त, जल, पीडबल्यूडी, टूरिज़म, बिजली, सतर्कता, जनसंपर्क जैसे कई मंत्रालयों का जिम्मा था। सिसोदिया के जेल जाने के बाद उनके मंत्रालय आतिशी को ही दिये गए थे। आतिशी केजरीवाल सरकार में सबसे ज्यादा मंत्रालय संभाल रही थीं। आतिशी को अरविंद केजरीवाल के सबसे करीबियों में से एक माना जाता है। वह केजरीवाल की काफी भरोसेमंद हैं।
केजरीवाल के जेल जाने के बाद उनके पीछे से दिल्ली सरकार के अंदर आतिशी मुख्य चेहरा रहीं। जिन्होंने संकट की स्थिति में पार्टी के साथ सरकार को भी संभाला। दिल्ली सीएम को लेकर आतिशी के नाम की चर्चा सबसे ज्यादा थी। क्योंकि केजरीवाल सबसे ज्यादा भरोसा आतिशी पर ही जता रहे थे। इससे पहले केजरीवाल ने 15 अगस्त को तिरंगा फहराने के लिए अपनी जगह आतिशी का नाम एलजी को भेजा था। दिल्ली सीएम पद के लिए आतिशी के अलावा सौरभ भारद्वाज और गोपाल राय का नाम भी रेस में था। वहीं पीछे से केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल की भी चर्चा चल रही थी।
दिल्ली की तीसरी महिला CM होंगी आतिशी
आतिशी मार्लेना ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है और अब वह दिल्ली की तीसरी महिला CM बनने जा रहीं हैं। आतिशी से पहले बीजेपी की ओर से सुषमा स्वराज और कांग्रेस की ओर से शीला दीक्षित दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने 1998 में थोड़े समय के लिए दिल्ली की 5वीं मुख्यमंत्री के रूप में काम किया था और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं थी। इसके बाद कांग्रेस नेता शीला दीक्षित दिल्ली की दूसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं। शीला दीक्षित 1998 से 2013 तक करीब 15 साल दिल्ली में कांग्रेस की सरकार रहते मुख्यमंत्री थीं, जिन्होंने दिल्ली के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी।
केजरीवाल क्यों दे रहे सीएम पद से इस्तीफा?
ज्ञात रहे कि, केजरीवाल ने बीते रविवार को दिल्ली आम आदमी पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अचानक मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था। केजरीवाल ने कहा था कि, अब वह तभी सीएम की ज़िम्मेदारी संभालेंगे, जब आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में जनता उनके पक्ष में वोट देकर उनकी ईमानदारी पर भरोसा जताएगी और उन्हें ईमानदार साबित करेगी। केजरीवाल का कहना था कि, अगर दिल्ली की जनता को लगता है कि केजरीवाल ईमानदार है तो जनता जमकर मेरे पक्ष में वोट करे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि, बीजेपी वालों ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है और भ्रष्टाचारी है। केजरीवाल ने भारत माता के साथ धोखा किया है। लेकिन मैं उन्हें और दिल्ली की जनता को बता दूं कि मैं ये सब करने के लिए नहीं आया था। मैंने पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसे का खेल नहीं खेला। मैंने अपने जीवन में कुछ नहीं कमाया। मेरा बैंक अकाउंट खाली है। मेरी पार्टी का भी बैंक अकाउंट खाली है। मेरे पास अपनी इज्जत और ईमानदारी के सिवाय और कुछ नहीं है.