पंजाब में फिरोजपुर ग्रामीण से पूर्व कांग्रेस विधायक और मौजूदा बीजेपी नेता सतकार कौर को 100 ग्राम हेरोइन (ड्रग्स) के साथ गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद बीजेपी ने बड़ी कार्रवाई के साथ सतकार कौर को पार्टी से बाहर निकाल दिया है। बीजेपी ने एक अधिसूचना जारी कर कहा, ”सतकार कौर को तत्काल प्रभाव से पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जा रहा है। बता दें कि, सतकार कौर 2017 से 2022 तक कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यकाल के दौरान फिरोजपुर ग्रामीण से कांग्रेस विधायक थीं। बाद में वह कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ भाजपा में शामिल हो गईं थीं।
हेरोइन तस्करी करते पंजाब ANTF ने पकड़ा
सतकार कौर को बीते बुधवार को हेरोइन तस्करी करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुख्यालय सुखचैन सिंह गिल ने प्रेस वार्ता कर बताया कि, पंजाब में ड्रग्स के खिलाफ चल रही लड़ाई के बीच एक बड़ी सफलता में, पंजाब पुलिस एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने पूर्व विधायक सतकार कौर गहरी को 100 ग्राम हेरोइन सप्लाई करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। खरड़ में सनी एन्क्लेव के पास यह गिरफ्तारी की गई। यहीं सतकार कौर की रिहायश भी है।
आईजी गिल ने बताया कि, एक ड्रग्स एडिक्ट शख्स ने एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) को शिकायत दी थी कि, उससे ड्रग्स की तस्करी करने को कहा जा रहा है। शख्स ने टीम को कुछ नंबर्स भी दिए। कॉल रिकॉर्ड भी दिए। जिसके बाद छानबीन में एक नंबर पूर्व विधायक सतकार कौर का मिला। इसके बाद ANTF ने पूरी प्लानिंग के साथ उसी ड्रग्स एडिक्ट शख्स के माध्यम से डील की और इसके बाद सतकार कौर खुद ही अपनी गाड़ी से हेरोइन तस्करी करने पहुंच गईं।
सतकार कौर ने भागने की कोशिश की
आईजी गिल ने बताया कि, जब एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने छापा मारा तो इस दौरान सतकार कौर ने गाड़ी से भागने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने टीम के एक अधिकारी के पैर में गाड़ी भी चढ़ा दी। लेकिन उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया और पास से 100 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। इसके बाद उनके घर पर छापेमारी में 28 ग्राम हेरोइन और बरामद हुई। इसके साथ 1.56 लाख कैश मिला। जो कि अलग-अलग पैकटों में था। लग रहा है कि, ये सारा पैसा ड्रग्स से आया हुआ था। जो अलग-अलग रखा गया था।
इसके अलावा घर से गोल्ड भी मिला है। 4 लग्जरी गाड़ियाँ मिलीं हैं। जिनमें से 3 गाड़ियों पर दिल्ली-हरियाणा का नंबर है। इसके साथ ही अलग से 5 नंबर प्लेट्स मिली हैं। जिससे यह मालूम होता है कि गाड़ियों पर अलग-अलग नंबर प्लेट्स यूज करके ड्रग्स की सप्लाई चल रही थी। आईजी गिल ने बताया कि, बहुत बड़े स्तर पर इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है। ADGP एएनटीएफ़ की निगरानी में इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।