उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ इन दिनों एक नारा अक्सर दे रहे हैं। जिसमें वह कहते हैं, ”बंटेंगे तो कटेंगे”। यानि हिंदुओं को आपस में बंटना नहीं है और एकता के साथ रहना है। योगी के इस कट्टर नारे पर कई सवाल भी उठे। सियासत भी गरमाई। इंडिया गठबंधन की जातीय जनगणना के नारे की काट के तौर पर ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे को देखा जा रहा है।
लेकिन अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने भी यही नारा दोहराया है। RSS ने योगी आदित्यनाथ के इस नारे का समर्थन किया है। आरएसएस का कहना है कि, ‘हिंदू एकता से नहीं रहेंगे तो कटेंगे। इसलिए हिन्दू समाज में एकता का होना जरूरी है। संघ का कहना है कि हिंदू समाज को तोड़ने के लिए कई शक्तियां काम कर रही हैं, इसलिए एकता की शक्ति को समझना जरूरी है। हिन्दू एकता लोक कल्याण के लिए भी आवश्यक है।
दरअसल, यह बयान संघ के सह कार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले ने मथुरा बैठक के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया है। उन्होंने कहा, ”इतिहास इस बात का गवाह है कि अगर हिन्दू एकता से नहीं रहेंगे तो उन्हें विपदा का सामना करना पड़ेगा। इसलिए पूरे हिन्दू समाज में एकता और एकात्मकता जरूरी है। हमें जाति, भाषा, प्रांत, अगड़ा-पिछड़ा के भेद में नहीं पड़ना है। अगर हम इस तरह से बटेंगे तो कटेंगे। तो इसलिए एकता आवश्यक है। राष्ट्र और राष्ट्रीय हित के लिए एकता जरूरी है।