डॉ. बीआर अंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान के बाद सियासी माहौल गर्म है। विपक्ष प्रदर्शन करते हुए अमित शाह से माफी और इस्तीफे की मांग कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने भी कांग्रेस के खिलाफ पलटवार तेज कर दिया है। आज बीजेपी ने भी संसद में बाबा साहब अंबेडकर के अपमान को लेकर कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन किया। जहां इसी प्रदर्शन के बीच संसद में बड़ा बवाल भी हो गया।
बेहद हैरानी की बात है कि संसद परिसर में आज बीजेपी-कांग्रेस सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। इस दौरान लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगा कि, उनके धक्का देने से बीजेपी के 2 सांसद बुरी तरह से घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों सांसदों की हालत के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन करके जानकारी ली है।
राहुल गांधी पर बीजेपी महिला सांसद का बेहद गंभीर आरोप
वहीं 2 बीजेपी सांसदों को धक्का मार घायल करने के अलावा लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर एक और बड़ा गंभीर आरोप लगा है। नागालैंड से बीजेपी की महिला राज्यसभा सांसद फांगनोन कोन्याक ने आरोप लगाते हुए कहा है कि, प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी मेरे बहुत करीब आ गए, जिससे मैं अनकंफर्टेबल हो गई थी। राहुल गांधी मेरे ऊपर चिल्लाने भी लगे। किसी भी महिला सांसद के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए। बतौर महिला मेरी गरिमा को ठेस पहुंची है।
राज्यसभा के सभापति धनखड़ को लिखा पत्र
बीजेपी महिला राज्यसभा सांसद फांगनोन कोन्याक ने राहुल गांधी को लेकर सदन में भी अपना वक्तव्य रखा। जिसमें कोन्याक ने पूरे घटनाक्रम का जिक्र किया। इसी के साथ फांगनोन कोन्याक ने राज्यसभा के सभापति धनखड़ को पत्र भी लिखा है। वहीं उन्होंने सभापति धनखड़ से व्यक्तिगत मुलाक़ात भी की।
फांगनोन कोन्याक ने कहा, ”प्रदर्शन के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी मेरे बेहद करीब आ गए। मैं बहुत असहज हो रही थी। उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया। मुझे यह पसंद नहीं आया।
कोन्याक ने कहा, ”आज जो कुछ भी हुआ है एक सांसद और साथ ही एक महिला के तौर वह बहुत दुखद है, ऐसा नहीं होना चाहिए। किसी भी महिला सांसद के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए। लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को ये शोभा नहीं देता। संसद में व्यवहार का ये तरीका बिलकुल भी उचित नहीं है। एक सांसद को दूसरे सांसद से ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए।
फांगनोन कोन्याक ने कहा कि, राहुल गांधी के दुर्व्यवहार के संबंध में मैंने सभापति से भी शिकायत की है। मैंने राज्यसभा के सभापति को लिखे पत्र में लिखा है, विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मेरे सम्मान और स्वाभिमान को गहरी ठेस पहुंचाई है। वहीं राज्यसभा चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने कहा, “सांसद फांगनोन कोन्याक मेरे पास रोती हुई आईं थीं और शिकायत दी।
फांगनोन कोन्याक का वीडियो
फांगनोन कोन्याक का पत्र
किरेन रिजिजू ने कहा- हम हाथ उठाते तो…
राज्यसभा में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “राहुल गांधी ने आज भाजपा के दो सांसदों पर हाथ उठाया है उन्हें मारा है, हम भी अगर राहुल की तरह हाथ उठाते तो क्या हालात होते। हमारे पास संख्या है, हम डरपोक नहीं हैं। लेकिन अगर हमारे लोग भी राहुल गांधी जैसे हाथ उठाने लग जाएगा तो लोकतन्त्र कैसे चलेगा:? राहुल को सिर्फ संसद से ही नहीं देश से भी माफ़ी मांगनी चाहिए।
रिजिजू ने कहा, “आज संसद के मुख्य द्वार में भाजपा-NDA सांसदों का प्रदर्शन चल रहा था। राहुल गांधी और उनके सांसदों ने जबरदस्ती घुसकर अपना जो शारीरिक प्रदर्शन किया है, वो बहुत गलत है। संसद कोई शारीरिक ताकत दिखाने का प्लैटफ़ॉर्म नहीं है। संसद कोई कुश्ती का मैदान नहीं है। रिजीजू ने कहा, राहुल गांधी ने भाजपा के 2 सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को जोर से धक्का दिया और बुरी तरह से घायल किया।
मैं राहुल गांधी से सवाल करना चाहता हूं कि अगर सब लोग अपनी ताकत दिखाकर मारपीट करने लग जाएंगे, तो संसद कैसे चलेगा?…यह लोकतंत्र का मंदिर है…हमारे दोनों सांसद गंभीर रूप से घायल हुए हैं…उनका इलाज चल रहा है।
जेपी नड्डा निंदा प्रस्ताव लाये
राज्यसभा में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, जिस तरीके से सांसद में संविधान पर चर्चा हुई और इस चर्चा में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से देश के सामने एक्सपोज हो गई। जिसके कारण कांग्रेस के लोग बौखला गए हैं। अपना आपा खो बैठे हैं। आज लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जिस तरीके से प्रदर्शन कर रहे हमारे सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की। वह शर्मनाक है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए।
जेपी नड्डा ने कहा, हमारे 2 सांसद घायल हुए हैं और वह दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं। उनका इलाज चल रहा है। इसके अलावा हमारी एक महिला सांसद फांगनोन कोन्याक के साथ जिस तरीके से राहुल गांधी ने व्यवहार किया। वो शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना देने वाला है। मैं विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा आज किए गए कृत्य की निंदा करते हुए प्रस्ताव लाना चाहता हूं। जिसमें यह सदन राहुल गांधी की कड़े शब्दों में भरसक निंदा करता है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा- ये तरीका है कोई
धक्का-मुक्की की घटना पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “संसद में संविधान पर बहुत विस्तृत चर्चा हुई और जिस तरह से कांग्रेस के इतिहास को पूरे देश के सामने रखा गया, उससे कांग्रेस पूरी तरह से झल्लाई हुई है। उन्होंने हमारे 2 सांसदों को धक्का-मुक्की करके उनको घायल किया। क्या इस तरह से संसद में काम करने का तरीका होता है? कांग्रेस इस बात को समझ ले कि सारा देश स्पष्ट तौर पर जानता है कि कांग्रेस हमेशा से बाबा साहब अंबेडकर का विरोध करती आई है, उनका अपमान करती आई है।
शिवराज चौहान बोले- मर्यादा को तार-तार किया
केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान ने कहा, ”कांग्रेस और राहुल गांधी ने आज लोकतंत्र की मर्यादा को तार-तार किया है। संसद परिसर में भाजपा के वरिष्ठ सांसद श्प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत के साथ गुंडागर्दी और दुर्व्यवहार राहुल की कुंठित मानसिकता का प्रतीक है। इस घटना में प्रताप सारंगी एवं मुकेश राजपूत को गंभीर चोटें आई हैं, जिनका उपचार अस्पताल में चल रहा है। आज मेरा मन पीड़ा से भर गया। भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास में आज तक ऐसी निंदनीय घटना नहीं हुई। राहुल महाराष्ट्र और हरियाणा की हार की खीझ संसद में अराजकता फैलाकर निकाल रहे हैं।